अथक परिश्रम से जिन के हम ने आजादी पाई..
उनमें थे गांधी सुभाष सावरकर और बल्लभ भाई..
लिया जन्म पोरबन्दर में गए विलायत पढ़ने..
फिर दक्षिण अफ्रीका पहुंचे फिरंगियों से लड़ने..
न्याय दिलाया अश्वेतों को फिर याद वतन की आई..
आकर भारत चम्पारण में पुलिस की लाठी खाई..
किया सत्याग्रह डांडी में कानून नमक का तोड़ा..
भारत छोड़ो आंदोलन से हर हिंदुस्तानी को जोड़ा..
स्वतंत्र हो गई उन्नीस सौ सैंतालीस में भारत माता..
सत्ता के भूखों ने भारत में देश का मस्तक काटा..
जिन्ना पीएम बन सकता है उनको ये नहीं भाया..
करके विभाजन दंगों में अपनों का खून बहाया..
हर भारतवासी ने मिलकर अंग्रेजों से करी लड़ाई..
पर गांधी जी ने बंटवारे के कारण सीने में गोली खाई..
- नीरज चंद्र जोशी ..