अंजाम बुराई का

लूटपाट अपहरण और बलात्कार करते हैं जो..
होती नहीं संवेदना उन में दुराचार करते हैं जो..

जरूरी है देना सजा उन को उनके गुनाहों की..
युवतियों से राह चलते छेड़छाड़ करते हैं जो..

नर पिशाच हो तुम करते हो अपमान नारी का..
गुनहगार मुजरिम हैं जुल्मोसितम करते हैं जो..

सांप आस्तीन के और नमक हराम होते हैं..
करके गद्दारी अपने वतन को दगा देते हैं जो..

अंजाम बुरा होता है उनके नापाक कुकर्मों का..
सड़ते हैं दोजख में गलत क्रियाकलाप करते हैं जो..

             - नीरज चंद्र जोशी..

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