अपने किरदार को खरा रखनादिल को जज़्बात से भरा रखना।। धूप कहती गई है जाते हुएराह के पेड़ को हरा रखना।। तेरे हिस्से में भी महक होगीखिड़कियों को ज़रा खुला रखना।। बाँह फैला के जो मिले कोईतो…
अपने किरदार को खरा रखनादिल को जज़्बात से भरा रखना।। धूप कहती गई है जाते हुएराह के पेड़ को हरा रखना।। तेरे हिस्से में भी महक होगीखिड़कियों को ज़रा खुला रखना।। बाँह फैला के जो मिले कोईतो…