जिया नहीं जीवन खपाया है।

जिया नहीं, जीवन खपाया हैमैंने रिश्तों को निभाया है।। खर्च घर के, हिसाब दफ़्तर कारोज़ ये ही किया-कमाया है।। ज़िंदगी काश तू मिली होतीपूछता क्या तेरा किराया है?? तीज त्यौहार कर्जदार लगेंबेरहम ने सदा सताया है।। था…

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